विजयवर्गीय-शेखावत के बीच विवाद बढ़ा

UMESH NIGAM

भोपाल     :     भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत के बीच विवाद बढ़ गया है। प्रदेश स्तर पर पार्टी द्वारा शेखावत को तलब किए जाने के संकेत के तुरंत बाद उन्होंने फिर मुखर होकर विजयवर्गीय के बारे में कहा कि चेला जब पंजा मारने लग जाए तो गुरु को तो बोलना ही पड़ेगा। इस बार तो आर-पार की लड़ाई है। यदि पार्टी बाहर निकालेगी तो हमारे जैसे कितनों के साथ ऐसा होगा।  इधर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने साफ किया कि राजेश अग्रवाल की पार्टी में वापसी सहमति से हुई है। पार्टी ने चुनाव संचालन समिति के तमाम सदस्यों को 24 सीटों के उपचुनाव में अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी है। विजयवर्गीय को मालवा की पांच सीटों का जिम्मा है। उन्होंने जो भी किया, पार्टी से चर्चा करके ही किया। इस सियासी घमासान के बाद पार्टी शेखावत को नोटिस जारी कर सकती है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि शेखावत को बुलवाया गया है। वे अपनी बात रखेंगे, इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। मीडिया से चर्चा में भंवर सिंह ने कहा कि पार्टी की ओर से अभी तक तलब नही किया गया है। विजयवर्गीय ने कई नेताओं का कॅरियर खराब किया। जीतू जिराती, मधु वर्मा, सुदर्शन गुप्ता और मुझे हराया। बेटे को स्थापित करने के लिए उषा ठाकुर को बाहर किया। पार्टी की आड़ में विजयवर्गीय अपना वैभव बढ़ा रहे हैं।