कमलनाथ सरकार में 3M कंपनी को स्मार्ट सिटी मिशन ने दिए थे 192.82 करोड़ के टेंडर

BHOPAL – कमलनाथ सरकार के कार्यकाल में स्मार्ट सिटी मिशन में दिए गए टेंडर एक बार फिर विवादों में आ गए हैं … मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों … स्मार्ट सिटी मिशन के कामों की समीक्षा के दौरान … स्पष्ट रूप से कहा था कि पूर्ववर्ती सरकार में लूट मची थी … स्मार्ट सिटी मिशन में टेंडर भी लूटने के लिए निकले थे … इसी के बाद सीएम ने पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार के दौरान स्मार्ट सिटी मिशन में दिए गए टेंडरों की जांच के निर्देश दिए थे … टेंडर देने के पहले यह भी नहीं देखा गया कि कार्य की आवश्यकता है या नहीं … इतना ही नहीं किसी विशेष कंपनी को फायदा पहुंचाने की मंशा से आरएफपी में शर्तें रखी गई थी … इन टेंडरों की जांच के लिए जल्द ही एक कमेटी का गठन मुख्यमंत्री सचिवालय के द्वारा किया जाएगा … दिसंबर 2018 से अप्रैल 2020 के बीच की अवधि के दौरान स्मार्ट सिटी मिशन के टेंडरों की जांच कराई जाएगी … दरअसल कमलनाथ ने 13 दिसम्बर 2018 को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री की शपथ ली थी … फिर 25 दिसंबर को कमलनाथ सरकार के 28 मंत्रियों ने शपथ ली … और इसके कुछ दिनों बाद ही टेंडर दिए जाने के मामले चर्चा में आने लगे थे … कहा तो यहां तक जा रहा था कि … स्मार्ट सिटी मिशन में टेंडर विवाद के चलते ही नगरीय आवास एवं विकास विभाग के प्रमुख सचिव … प्रमोद अग्रवाल को यहां से हटाकर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग भेज दिया गया था … इसके बाद तत्कालीन मुख्य सचिव एस आर मोहंती ने स्मार्ट सिटी मिशन के अफसरों की मीटिंग ली थी … इस मीटिंग में अमेरिकन बेस्ड मल्टीनेशनल मिनोस्टा माइनिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी 3 एम ने प्रेजेंटेशन दिया था … केंद्र सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने मप्र के 7 बड़े शहरों … भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर और सतना को … स्मार्ट सिटी मिशन में शामिल किया गया है … इन शहरों में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत अरबों की राशि के काम हो रहे हैं … पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में साइनेज लगाने और वाटर हार्वेस्टिंग के लिए भोपाल, ग्वालियर, सागर, इंदौर के स्मार्ट सिटी मिशन में एक अरब 92 करोड़ 82 लाख की राशि के कामों का टेंडर अमेरिकन बेस्ड मल्टीनेशनल मिनोस्टा माइनिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी 3 एम और उससे जुड़ी कुछ और कंपनीयों को दिए गए थे … 3 एम और उससे जुड़ी एक और कंपनी को साइनेज लगाने का स्मार्ट सिटी मिशन ने भोपाल में 10 करोड़, ग्वालियर में 15 करोड़, सागर में 8.4 करोड़ इंदौर में 40 करोड़ टेंडर दिया था … इसके अलावा इन्हीं कंपनियों को रैन वाटर हार्वेस्टिंग के स्मार्ट सिटी मिशन ने इंदौर मंए 6.72 करोड़, ग्वालियर में 5.7 करोड़, जबलपुर में 5 करोड़ और भोपाल में 6 करोड़ के साथ साथ ही सागर में लाछा बंजारा झील के विकास के वास्ते 92.26 करोड़ की राशि के टेंडर भी नई दिल्ली की अश्वध इंफ्राटेक प्राईवेट लिमिटेड, सत्या इंफ्रास्ट्रक्चर प्राईवेट लिमिटेड और एक टू जेड इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड कंपनी को दिए गए थे … 3 M कंपनी को गृह विभाग ने भी करीब 200 करोड़ की राशि के टेंडर दिए थे …
ग्राफिक्स
– स्मार्ट सिटी मिशन ने अमेरिकन बेस्ड मिनोस्टा माइनिंग एंड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी 3 एम को दिए थे टेंडर
– कमलनाथ सरकार में 3M कंपनी को स्मार्ट सिटी मिशन ने दिए थे 192.82 करोड़ के टेंडर
– सीएम ने स्मार्ट सिटी मिशन के कामों की समीक्षा के दौरान पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के समय के टेंडरों की जांच के निर्देश दिए थे
– सीएम सचिवालय स्मार्ट सिटी मिशन के टेंडर की जांच करने कमेटी गठित करेगा
– स्मार्ट सिटी मिशन के टेंडर देने से पहले नहीं देखा गया कि कामों की आवश्यकता है या नहीं
– स्मार्ट सिटी मिशन ने 3M कंपनी को साइनेज लगाने और वाटर हार्वेस्टिंग के कामों का टेंडर दिए था
– सागर में लाछा बंजारा झील के विकास के लिए 92.26 करोड़ का टेंडर नई दिल्ली की कंपनी को दिया था
– भोपाल, ग्वालियर, सागर, इंदौर में 3M कंपनी को 73.4 करोड़ राशि के साइनेज लगाने का टेंडर दिया था
– भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में वाटर हार्वेस्टिंग के लिए 23.42 करोड़ राशि के 3M कंपनी को टेंडर मिले