ब्यूरोक्रेसी के चर्चित प्रसंग

BHOPAL – हाल ही में कलेक्टरी करके भोपाल आए एक आईएएस अफसर खासे बैचेन नजर आते हैं … जिस पद पर ये महाशय फिलहाल बैठाए गए वहां इनको ऊपर से और अलग से कुछ भी नहीं मिल रहा है … जो इनकी बैचेनी का प्रमुख कारण हैं … इनके फंडे पूरी तरह से क्लियर हैं … यदि तन्खवाह के भरोसे जीवनयापन ही करना पड़ें तो आईएएस बनने का क्या फायदा … इसी वजह इन महाशय ने जहां पर इनकी पदस्थापना हैं … वहां के एक जानकार अफसर पिछले दिनों बुलवाया था … उस अफसर से इन्होंने पूछा कि विभाग में कमाई के रास्ते कौन-कौन से हैं … वो अफसर भी चालाक निकले … उन्होंने इन महाशय को कमाई के लिए विभाग के इंजीनियरों का दरवाजा खोलने की घुट्टी पिला दी … अब देखना है कि बड़े साहब के रहते हुए कलेक्टरी से आए ये आईएएस अफसर अपनी जेब भर पाते हैं या नहीं इस बात का खुलासा तो समय आने पर ही हो पाएगा … ये आईएएस अफसर एक डायरेक्ट्रेट में बैठते हैं … और यह डायरेक्ट्रेट नए शहर के मुख्य मार्ग और मुख्य बाजार में हैं …