मप्र सरकार का वन विभाग बाघों के मौत के अलग-अलग आंकड़े बता रहा

BHOPAL – मप्र सरकार का वन विभाग बाघों के मौत के अलग-अलग आंकड़े बता रहा हैं … इसको देखकर यही कहा जा सकता हैं कि … वन विभाग बाघों की मौत के आंकड़ों को छिपाने के प्रयास कर रहा है … वन विभाग ने विधानसभा में दो बार अलग-अलग जानकारी भेजी थी …एक जानकारी में बताया गया कि … मार्च 2020 से नवंबर 2021 के बीच की अवधि में … प्रदेश के पन्ना और सतना जिले में 10 बाघों की मौत हुई है … जिसमें से पन्ना जिले में 7 और सतना जिले में 3 बाघ मरे थे … इनमें एक बाघ की मौत स्वभाविक रूप से शिकार के कारण हुई … जबकि दूसरी जानकारी में वन विभाग ने बताया कि जनवरी 2020 से नवंबर 2021 के बीच में 3 बाघों की मौत हुई थी … जिसमें एक बाघ की रातापानी अभयारण्य में 2 मई 2021 को … ट्रेन दुर्घटना में बीट चौका के पास मौत हुई थी … जबकि बीट जमुनिया में 3 अगस्त 2021 को बीमारी से एक बाघ मारा गया था … इधर जबलपुर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान … नवंबर 2021 में मप्र सरकार के वन मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि … पिछले एक साल की अवधि में 36 बाघों की मौत हुई थी … जिसमें बताया गया था कि … मारे गए 36 बाघों में से 33 नर और तीन मादा बाघ थे … पन्ना के जंगलों में दो रेडियो कॉलर युवा बाघों की मौत हुई थी … जबकि पन्ना में इसी अवधि में एक बाघ की करंट लगने से भी मौत हुई थी … इस पर हाईकोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकार के … वन एवं पर्यावरण विभाग तथा … नेशनल टाइगर कंसर्वेटर अथॉरिटी को नोटिस देकर जवाब भी मांगा था …

– मप्र सरकार का वन विभाग बाघों के मौत के अलग-अलग आंकड़े बता रहा
– वन विभाग बाघों की मौत के आंकड़ों को छिपाने के प्रयास कर रहा है
– वन विभाग ने विधानसभा में दो बार अलग-अलग जानकारी भेजी थी
– वन विभाग ने विधानसभा में एक बार बताया कि मार्च 2020 से नवंबर 2021 तक पन्ना-सतना जिले में 10 बाघों मरे
– वन विभाग ने विधानसभा में दूसरी बार बताया कि जनवरी 2020 से नवंबर 2021 के बीच प्रदेश में 3 बाघ मरे
– वन विभाग ने नवंबर 2021 में जबलपुर हाईकोर्ट में बताया कि पिछले एक साल में 36 बाघों मरे