मप्र के 906 बड़े बांध भी आ गए बांध सुरक्षा कानून के दायरे में

BHOPAL – मध्य प्रदेश के 906 बांध अब बांध सुरक्षा कानून के दायरे में आ गए हैं … इस कानून के तहत बांध सुरक्षा संगठन बनाए जाएंगे … जिसका प्रमुख चीफ इंजीनियर रहेगा … मानसून के पहले और बाद में बांधों की सुरक्षा के संबंध में जांच कर … बांध सुरक्षा संगठन हर साल अपनी रिपोर्ट देगी … बांध सुरक्षा कानून के तहत जो बांध 15 मीटर से ऊंचे हैं … वहां जल मौसम विज्ञान केंद्र बनाना होंगे … जिससे बारिश और मौसमीय बदलावों की रियल टाइम जानकारी मिल सकेगी … इसी तरह जो बांध 30 मीटर से ऊंचे हैं … वहां भूकंप विज्ञान केंद्र स्थापित किया जाएगा … बांध सुरक्षा कानून के अस्तित्व में आ जाने से … अब अगले 2 महीने में राष्ट्रीय बांध सुरक्षा समिति बनेगी … इसमें एक अध्यक्ष और 20 सदस्य रहेंगे … जिनका कार्यकाल 3 साल का होगा … समिति में 10 सदस्य केंद्र के और 7 सदस्य राज्यों के होंगे … 3 विशेषज्ञ भी शामिल किए जाएंगे … समिति साल में दो बैठक आवश्यक रूप से करेगी … राज्यों में एक बांध सुरक्षा संगठन बनाया जाएगा … इस संगठन का 6 महीने की अवधि में गठन किया जाएगा … जहां 30 से अधिक बड़े बांध हैं … वहां चीफ इंजीनियर और जहां 30 से कम बांध है … वहां सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर स्तर का अधिकारी प्रमुख रहेगा … बांधों के नियमित निरीक्षण निगरानी संचालन और मेंटेनेंस का जिम्मा बांध सुरक्षा संगठन का रहेगा … बांधों की सुरक्षा पर सालाना रिपोर्ट बांध सुरक्षा संगठन तैयार करेगा … इस रिपोर्ट को हर साल केंद्र को सौंपा जाएगा … देश में 5,745 बड़े बांध हैं … इनमें से 906 बड़े बांध सिर्फ मध्य प्रदेश में है …बांधों के मामले में महाराष्ट्र देश में अव्वल है … महाराष्ट्र में 2,394 बड़े बांध हैं …बांधों के मामले में मध्यप्रदेश देश में दूसरे स्थान पर है …

– मप्र के 906 बड़े बांध भी आ गए बांध सुरक्षा कानून के दायरे में
– बड़े बांध के मामले में महाराष्ट्र देश में पहले नंबर पर
– महाराष्ट्र में हैं 2,394 बड़े बांध
– बड़े बांध के मामले में मप्र देश में दूसरे नंबर पर
– मप्र के 15 मीटर से ऊंचे बांधों में जल मौसम विज्ञान केंद्र बनाना होगा
– मप्र के 30 मीटर से ऊंचे बांधों में भूकंप विज्ञान केंद्र बनाए जाएंगे
– वाटर स्टोरेज के हिसाब से देश का सबसे बड़ा बांध इंदिरा सागर मप्र में है
– अगले 2 महीने में राष्ट्रीय बांध सुरक्षा समिति बनाई जाएगी
– हर राज्य को 6 महीने की अवधि में एक बांध सुरक्षा संगठन बनाना होगा
– बाधों के निरीक्षण, निगरानी, संचालन और मेंटेनेंस का जिम्मा बांध सुरक्षा संगठन का रहेगा