NVDA की योजनाओं का थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन IIT रुड़की और अहमदाबाद के इंजीनियर करेंगे

– NVDA की परियोजनाओं का थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन IIT रुड़की और अहमदाबाद के इंजीनियर करेंगे
– मुख्यमंत्री की आपत्ति के बाद कामों के मूल्यांकन की NVDA ने बदली परंपरा
– नर्मदा घाटी की परियोजनाओं का अब होगा थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन
– परियोजनाओं के मूल्यांकन के वास्ते NVDA ने IIT रुढ़की और अहमदाबाद से किया करार
– अभी तक नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण अपने कामों का स्वयं करता था मूल्यांकन
– स्वयं मूल्यांकन करने से अपनी गलतियों को नजरअंदाज कर लेता था NVDA
– ड्रिप और स्प्रिंकलर से सिंचाई को प्रोत्साहित करने विशेष दल बनाए जाएंगे
– NVDA वसूली के वास्ते आयोजित करेंगी किसानों का सम्मेलन
– NVDA ने अधूरी परियोजनाओं को पूरा करने रिटायर इंजीनियरों को संविदा पर रखा
– NVDA की 1,835 करोड़ की राशि की परियोजनाओं से 98,115 हेक्टेयर क्षेत्र में होगी सिंचाई
BHOPAL – नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण एनवीडीए की बड़ी और माइक्रो सिंचाई परियोजनाओं के कामों का मूल्यांकन आईआईटी रुड़की और आईआईटी अहमदाबाद के इंजीनियर करेंगे … जबकि नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण अभी तक अपने कामों का स्वयं मूल्यांकन कर रहा था … मूल्यांकन के मामले में एनवीडीए में चल रहे इस गड़बड़ झाले को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों समीक्षा बैठक के दौरान पकड़ा था … सीएम ने निर्देश दिए थे कि एनवीडीए को संचालित अपनी सभी परियोजनाओं के कामों का मूल्यांकन थर्ड पार्टी से करवाना होगा … इसके बाद ही सरकार हरकत में आई और एनवीडीए में थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन के वास्ते … आईआईटी रुड़की और अहमदाबाद से करार किया … इसके अलावा एनवीडीए के कामों में गुणवत्ता बनाए रखने के वास्ते सीएम ने सेल्फ वैल्यू की जिम्मेदारी अटल बिहारी सुशासन और नीति विश्लेषण संस्थान को भी सौंपने के निर्देश दिए हैं … सरकार ने यह भी कहा है कि सिंचाई के लिए जल की मात्रा का न्यूनतम उपयोग करने के फार्मूले को बढ़ावा दिया जाए … इधर एनवीडीए की अधूरी पड़ी परियोजनाओं को पूरा कराने की मंशा से रिटायर इंजीनियरों को संविदा पर रखने का राज्य सरकार ने निर्णय लिया था … बावजूद इसके परियोजनाओं के काम गति नहीं पकड़ पा रहा … यही कारण है कि अब वर्ष 2023 तक पूर्ण होने वाली सभी परियोजनाओं की डेडलाइन फिर से निर्धारित की जाएगी … जबकि वर्ष 2023 में जिन परियोजनाओं का काम प्रारंभ होना है … उसके लिए एनवीडीए को अभी से तैयारियां शुरू करने के राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं … एनवीडीए किसानों को स्प्रिंकलर और ड्रिप तकनीक से सिंचाई के लिए जागरूक करेगी …. इसके लिए एनवीडीए में विशेष दल गठित होंगे … सिंचाई के वास्ते दिए गए पानी के एवज में वसूले जाने वाली राशि के लिए एनवीडीए किसानों का सम्मेलन भी आयोजित करेगा … एनवीडीए की खंडवा भुरलाय, कोदवार और पुनासा विस्तार परियोजना पूरी कर ली गई है … जबकि छैगांवमाखन, अलीराजपुर और खरगौन की बिस्टान परियोजना साल के अंत तक पूरी कर ली जाएगी … 1,835 करोड़ रुपए की राशि से तैयार होने वाली इन परियोजनाओं से 98,115 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी … इधर वर्ष 2022-23 में कई परियोजनाओं का काम पूरा करने का एनवीडीए ने एक्शन प्लान बनाया है … किल्लौद, पामाखेड़ी, सिरोंज अंबाचंदन, अंबा रोडिया, चौड़ी जमानिया, बलकवाड़ा, ढीमरखेड़ा, छीपानेर, जावर, नागलवाड़ी दुर्गावती परियोजनाओं के काम वर्ष 2022-23 में पूरे कर लिए जाने की उम्मीद है … इन परियोजनाओं के पूरा होने पर 1.62 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी ..