ब्यूरोक्रेसी के चर्चित प्रसंग

BHOPAL -ब्यूरोक्रेसी की जिस काम में दिलचस्पी नहीं होती हैं … उसमें अर्थ का अनर्थ किस तरह कर देते हैं … इसका नजारा पिछले दिनों मंत्रालय में हो रही विभागवार समीक्षा बैठक में देखने को मिला … सत्तारूढ़ दल की सरकार ने प्लानिंग बनाई कि … प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही नरेंद्र मोदी को धन्यवाद पत्र लिखेंगे …इसके पहले हितग्राहियों को इस योजना में मिलने वाले आवास की जानकारी मुख्यमंत्री पत्र लिखकर देंगे … इस पत्र को भेजने में देरी होने पर मुख्यमंत्री ने बैठक में … अफसरों से कारण पूछा तो जवाब मंत्री ने दिया … इन ब्यूरोक्रेट्स के द्वारा लिखे गए पत्र का ड्राफ्ट देखा था … उस पत्र की ड्राफ्टिंग की भाषा पढ़कर ऐसा लग रहा … हितग्राहियों को सरकार एक और आवास मुहैया करवाएंगी … यदि इन ब्यूरोक्रेट्स का ड्राफ्ट किया हुआ पत्र में दिया गया तो … प्रधानमंत्री मंत्री आवास योजना के हितग्राहियों के बीच भ्रम कंफ्यूजन की स्थिति बन जाएगी … मंत्री जी ने मुख्यमंत्री से कहा कि ऐसी है हमारी ब्यूरोक्रेसी … इसलिए अब मंत्रीजी स्वयं इस पत्र का ड्राफ्ट तैयार करवाएंगे … दर्शकों को ये समझने में बिल्कुल भी दिक्कत नहीं हुई होगी कि चर्चा किस विभाग और किन ब्यूरोक्रेसी की हो रही हैं।