कमल नाथ ने बच्चों को अपने हाथ से खिलाया खाना

भोपाल : मुख्यमंत्री कमल नाथ गणतंत्र दिवस पर छिंदवाड़ा में प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला सर्रा में आयोजित विशेष मध्यान्ह भोज में शामिल हुये। उन्होंने यहाँ बच्चों को अपने हाथों से खाना खिलाया और शुभकामनाएँ दी।मुख्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि देश का गौरवशाली इतिहास है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और बलिदानियों के त्याग, समर्पण और संघर्षो के बाद देश को स्वतंत्रता मिली है। जिसके बाद देश में प्रजातंत्र लागू हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के संविधान से दुनिया के अन्य देशों ने भी बहुत कुछ सीखा है। विश्व के कई देशों के संविधान निर्माण में भी डॉ. अम्बेडकर का विशेष योगदान है। प्रजातंत्र को बनाये रखना भावी पीढ़ी की जिम्मेदारी है। आज के बच्चे कल का भविष्य हैं, इसलिये बच्चों में केवल शिक्षा ही नहीं ज्ञान का विकास करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को दी जाने वाली शिक्षा में संस्कृति और मूल्यों का समावेश जरूरी है। मूल्यों से ही हमारे देश की एकता और समाज का मान बना रह सकता है। नाथ ने शिक्षकों और संबंधित अधिकारियों से बच्चों को मूल्यों की शिक्षा देने की अपेक्षा की और बच्चों के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने छिंदवाड़ा में प्रियदर्शनी पार्क में देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गाँधी की प्रतिमा का अनावरण किया। श्री नाथ ने कहा कि यह वही स्थान है जहाँ से भारत की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने छिन्दवाड़ा वासियों से प्यार और विश्वास माँगा था। यह मेरी भी अपील है कि आपका प्यार और विश्वास इसी तरह मिलता रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लंबे संघर्षो के बाद हमें यह आजादी मिली है। बाबा साहब अम्बेडकर के प्रयासों से भारत को विश्व के सबसे बड़े प्रजातांत्रिक देश का दर्जा मिला है। उन्होंने कहा कि यही भारत की शान है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम सब संकल्प लें कि भारत के प्रजातंत्र को मजबूत करेंगे। संविधान में निहित मूल्यों को कभी कमजोर नहीं होने देंगे। संविधान और इसकी संस्थाओं को मिलकर मजबूत बनायेंगे