Madhya Pradesh

ब्यूरोक्रेसी के क्षेत्र में चर्चित प्रसंग

BHOPAL – ब्यूरोक्रेसी से जुड़ा एक प्रसंग खासा चर्चा का विषय बना हुआ है … पिछले दिनों राजधानी में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में और विधायकों को बांटी गई बेडशीट आजकल खासी चर्चा में बनी हुई हैं … दरअसल फेब्रिक की एक कंपनी की पालिसी हैं कि अपने तीन साल पुराने प्रोडक्ट डिस्टीब्यूटरों से वापस बुलवा लिए जाते हैं … इतना ही नहीं बेडशीट पर मेन्युफेक्चरिंग वर्ष भी अंकित किया जाता हैं …मप्र सरकार के …

मप्र में बाल विवाह पर रोक नहीं लग पा रही

BHOPAL – तमाम प्रयास के बाद भी मप्र में बाल विवाह पर रोक नहीं लग पा रही हैं … बाल विवाह की कुप्रथा से मप्र के शहरी क्षेत्र भी अछूते नहीं हैं … गैर कानूनी घोषित किए जा चुके बाल विवाह शहरी क्षेत्रों में भी चोरी-छिपे हो रहे हैं … हाल ही में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट में खुलासा किया गया कि … मध्य प्रदेश में 23.1 फीसदी लड़कियों की शादी 18 साल …

मप्र के 906 बड़े बांध भी आ गए बांध सुरक्षा कानून के दायरे में

BHOPAL – मध्य प्रदेश के 906 बांध अब बांध सुरक्षा कानून के दायरे में आ गए हैं … इस कानून के तहत बांध सुरक्षा संगठन बनाए जाएंगे … जिसका प्रमुख चीफ इंजीनियर रहेगा … मानसून के पहले और बाद में बांधों की सुरक्षा के संबंध में जांच कर … बांध सुरक्षा संगठन हर साल अपनी रिपोर्ट देगी … बांध सुरक्षा कानून के तहत जो बांध 15 मीटर से ऊंचे हैं … वहां जल मौसम विज्ञान …

राजनीति के क्षेत्र में चर्चित प्रसंग

BHOPAL -राजनीति के क्षेत्र से जुड़ा एक प्रसंग खासा चर्चा का विषय बना हुआ है … एक विधायक को एक कालोनी के अवैध मकानों की आजकल चिंता सता रही हैं … इस कालोनी का कालोनाइजर विधायक को भाव नहीं दे रहा था … इसी चिंता में विधायक अवैध मकानों को तुड़वाने के लिए मंत्रीजी के पास पहुंच गई … विधानसभा में भी यह मामला गूंज गया था … मंत्री जी ने अवैध रूप से बनाए …

मप्र सरकार का वन विभाग बाघों के मौत के अलग-अलग आंकड़े बता रहा

BHOPAL – मप्र सरकार का वन विभाग बाघों के मौत के अलग-अलग आंकड़े बता रहा हैं … इसको देखकर यही कहा जा सकता हैं कि … वन विभाग बाघों की मौत के आंकड़ों को छिपाने के प्रयास कर रहा है … वन विभाग ने विधानसभा में दो बार अलग-अलग जानकारी भेजी थी …एक जानकारी में बताया गया कि … मार्च 2020 से नवंबर 2021 के बीच की अवधि में … प्रदेश के पन्ना और सतना …

पूरे देश में झारखंड और मप्र ऐसे राज्य हैं जहां जीनोम सिक्वेंसिंग की एक भी लैब नहीं हैं

BHOPAL – पूरी दुनिया में दहशत का दूसरा नाम बन चुका कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ‘ओमिक्रॉन’ को लेकर रोजाना नए हैरान करने वाले खुलासे हो रहे है … दक्षिण अफ्रीका में मिले इस वैरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ की कैटेगरी में रखा है … ओमिक्रॉन कोरोना के पुराने डेल्टा वैरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक है … यह तेजी से लोगों को संक्रमित करता है … जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए ही …

बिजली कंपनियों को लाईन लॉस में सुधारने मिले 2048 करोड़

मध्य प्रदेश की तीनों बिजली कंपनियों और पावर जनरेटिंग कंपनी के ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन में होने वाले लाईन लॉस जैसे सुधार कार्यों के वास्ते मप्र सरकार 2,048 करोड़ की राशि देगी … तीनों बिजली कंपनियों और पावर जनरेटिंग कंपनी को वर्ष 2020-21 के लिए 230 और वर्ष 2021-22 के वास्ते 1,818 करोड़ की राशि मिलेगी … सब स्टेशन से घर तक बिजली पहुंचने के दौरान औसतन 23 फीसदी बिजली लॉस होती है … इस वजह …

एचआईवी पॉजिटिव मरीज बढ़ रहे, राज्य सरकार बजट घटा रही

एड्स जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के वास्ते खर्च की जाने वाली राशि का बजट राज्य सरकार साल-दर-साल घटाती जा रही हैं … पिछले पांच साल की अवधि में राज्य सरकार ने एचआईवी पॉजिटिव मरीजों के इलाज पर खर्च होने वाली राशि के बजट में 17 करोड़ की कटौती कर दी है … मप्र स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी के मुताबिक प्रदेश में हर साल करीब पांच हजार नए मरीज इस बीमारी की गिरफ्त में फंस …

ब्यूरोक्रेसी के चर्चित प्रसंग

BHOPAL – हाल ही में कलेक्टरी करके भोपाल आए एक आईएएस अफसर खासे बैचेन नजर आते हैं … जिस पद पर ये महाशय फिलहाल बैठाए गए वहां इनको ऊपर से और अलग से कुछ भी नहीं मिल रहा है … जो इनकी बैचेनी का प्रमुख कारण हैं … इनके फंडे पूरी तरह से क्लियर हैं … यदि तन्खवाह के भरोसे जीवनयापन ही करना पड़ें तो आईएएस बनने का क्या फायदा … इसी वजह इन महाशय …

ठेकेदार ने सीप-कोलार लिंक परियोजना की डिजाइन बदल दी

BHOPAL – सरकारी अफसरों और इंजीनियरों की लापरवाही के नमूने आए दिन सामने आते रहते हैं … जल संसाधन विभाग के इंजीनियरों की ऐसी ही लापरवाही सरकार को भारी पड़ रही … किसी भी प्रोजेक्ट के काम और उसकी गुणवत्ता का … ध्यान रखने एवं सतत निरीक्षण करने की … जिम्मेदारी इंजीनियरों की होती हैं … लेकिन जल संसाधन विभाग के सीप-कोलार लिंक परियोजना के … कामों के जिम्मेदार इंजीनियरों ने समय-समय पर … निरीक्षण …