कोरोना से उबर रहा चीन इकोनॉमी बचाने झोंके 7 अरब डॉलर

नई दिल्ली   :    कोरोना की जन्मभूमि रहे चीन में अब इस वायरस का प्रकोप नियंत्रण में दिख रहा है. कोरोना पर अंकुश के बाद अब चीन अपनी इकोनॉमी को दुरुस्त करने में लग गया है. चीन के केंद्रीय बैंक ने सोमवार को ब्याज दरों में पांच साल की सबसे बड़ी कटौती की और बैंकिंग सिस्टम में 50 अरब युआन (करीब सात अरब डॉलर) डालने का ऐलान किया.पीपल्स बैंक ऑफ चाइना (पीबीओसी) ने सोमवार को कहा कि सात दिन के रिवर्स रेपो रेट को 2.40 फीसदी से घटाकर 2.20 फीसदी कर दिया गया है. इस तरह से मुद्रा प्रणाली में 7 अरब डॉलर अतिरिक्त रकम की व्यवस्था की गई है.गौरतलब है कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंक अपनी इकोनॉमी को बचाने के लिए लगातार कदम उठा रहे हैं. शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने भी ब्याज दरों में भारी कटौती की थी और बैंकिंग सिस्टम में 3.74 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डालने का ऐलान किया था.कैपिटल इकनॉमिक्स में चीन मामलों के वरिष्ठ अर्थशास्त्री जूलियन इवांस-प्रिचार्ड ने कहा, ‘यह 2015 के बाद से सबसे बड़ी कटौती है और सात दिन के लिए रिवर्स रेपो दर रिकॉर्ड निचले स्तर पर है.’ उन्होंने कहा, “कम दर पर धनराशि की पेशकश करने से पीबीओसी बाजार अंतरबैंक दरों को कम रखने में सक्षम होगा, यहां तक ​​कि आरआरआर (आरक्षित आवश्यकता अनुपात) में कटौती से व्यवस्था में बढ़ने वाले नकदी प्रवाह को बैंकिंग प्रणाली अवशोषित कर सकेगी.’ गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. दुनिया के 199 देश कोरोना की चपेट में हैं. लेकिन चीन में अब इस पर नियंत्रण होता दिख रहा है. चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस का कहर इस वक्त पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा है. वहीं चीन का दावा है कि उसने इस वायरस से हो रही बीमारी पर लगभग नियंत्रण पा लिया है. वहां मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 3,295 हो गया है.वर्ल्डोमीटर के मुताबिक दुनिया भर में कुल 7,21,902 लोग कोरोना से संक्रमित हैं जबकि 33,965 लोगों की मौत हो चुकी है. इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दुनिया की आबादी का लगभग एक तिहाई लॉकडाउन में है. वहीं इससे नौकरियां, उत्पादन और आर्थिक गतिविधियां रुक गई हैं.