IOC पर बढ़ रहा दबाव

नई दिल्ली   :    IOC टोक्यो ओलंपिक को स्थगित करने पर चार सप्ताह के भीतर फैसला लेगी जबकि कनाडा ने साफ कह दिया है कि वह इन खेलों में अपना दल नहीं भेजेगा. आईओसी जापान सरकार, वैश्विक खेल अधिकारियों, प्रसारकों और प्रायोजकों से बात करके फैसला लेगी. ओलंपिक 24 जुलाई से शुरू होने हैं.आईओसी अध्यक्ष थामस बाक ने खिलाडि़यों को पत्र लिखकर बताया है कि इस फैसले में इतना समय क्यों लग रहा है. उन्होंने लिखा, ‘मैं जानता हूं कि इस अभूतपूर्व स्थिति में आपके जेहन में कई सवाल होंगे. मैं जानता हूं कि इस जज्बाती समय में इस तरह का व्यवहारिक रवैया आपको सही नहीं लगेगा.’इस बीच विश्व एथलेटिक्स के अध्यक्ष सेबेस्टियन कू ने बाक को पत्र लिखकर कहा है कि जुलाई में ओलंपिक करना ना तो संभव है और ना ही उचित. उन्होंने कहा, ‘कोई भी नहीं चाहता कि ओलंपिक स्थगित हों लेकिन हम खिलाड़ियों की सुरक्षा की कीमत पर खेल नहीं करा सकते.’वहीं कनाडा ओलंपिक समिति ने कहा कि वह अपने खिलाड़ियों को इस साल ओलंपिक में नहीं भेजेगी और खेल कम से कम एक साल के लिए टलने चाहिए. इसने एक बयान में कहा, ‘ओलंपिक पर फैसला तुरंत आना चाहिए. ऐसे समय में खिलाड़ियों के लिए अभ्यास करना भी सुरक्षित नहीं है.’जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने भी आईओसी से इस पर तुरंत फैसला लेने को कहा है. आईओसी अब तक लगातार कहती आई है कि खेल 24 जुलाई से शुरू होंगे हालांकि कोविड 19 के चलते दुनिया भर में टूर्नामेंट रद्द हो गए हैं.चारों ओर से हो रही निंदा के बाद आईओसी ने आखिरकार स्वीकार किया कि ओलंपिक स्थगित करने की संभावना पर विचार हो सकता है. ब्राजील और स्लोवेनिया की ओलंपिक समिति ने भी कहा है कि इन हालात में वे अपने खिलाड़ियों को ओलंपिक के लिए नही भेज सकते.