संस्कृति मंत्री डॉ. साधौ आज करेंगी रजत वर्ष के निमाड़ उत्सव का शुभारंभ

भोपाल : संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ 4 फरवरी को खरगोन जिले के देवी अहिल्या घाट, महेश्वर में तीन दिवसीय निमाड़ उत्सव का शुभारंभ करेंगी। वर्ष 1994 से आरंभ पारम्परिक प्रदर्शनकारी कलाओं और साहित्य पर आधारित समारोह रजत जंयती वर्ष में प्रवेश कर गया है। समारोह का उदघाटन माँ नर्मदा महाआरती एवं शंख ध्वनि के बाद सुप्रसिद्ध पार्श्व गायक श्री उदित नारायण के गीत गायन से होगा। इसी दिन दोपहर 3 बजे से देवी अहिल्या घाट पर नौका सज्जा प्रतियोगिता भी होगी।आदिवासी लोककला एवं बोली विकास अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा संस्कृति विभाग और दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र नागपुर के सहयोग से आयोजित समारोह का समापन 6 फरवरी को होगा। उत्सव में 5 फरवरी को बड़वाह के बाबूलाल परिहार दल द्वारा निमाड़ी गायन और मध्यप्रदेश का बैगा जनजातीय नृत्य, गणगौर और मटकी लोकनृत्य, गुजरात का डांडिया रास और गर्भा, उत्तर प्रदेश का होली और मयूर, महाराष्ट्र का लिगों, छत्तीसगढ़ का गौर मड़िया, आँध्रप्रदेश काम्पू कोया और तेलंगाना के डप्पू नृत्य की प्रस्तुति होगी। किला परिसर में 11 बजे से महेश्वर के विशाल कोचले लोक गीतों की प्रस्तुति करेंगे। 5 फरवरी को ही जनपदीय कविता की सुबह कार्यक्रम में कुंवर उदय सिंह ‘अनुज’ हरीश दुबे, शिशिर उपाध्याय, अतुल दवे, विनोद चवरे ‘लहरी’, नरेन्द्र जोशी, दीपक पगारे, विष्णु फागना, जयश्री उपाध्याय और वीरेन्द्र चौरे भाग लेंगे। समापन दिवस पर मनीषा शास्त्री अपने साथियों के साथ निमाड़ी गायन, नमामि सोनकिया का भक्ति संगीत, मीरा दास एवं साथी ओड़िसी नृत्य प्रस्तुत करेंगी। इसी दिन होने वाले कवि सम्मेलन में सर्वश्री राहत इंदौरी, अलीगढ़ के विष्णु सक्सेना, बीकानेर के सम्पत सरल, गाजिबाद की सीता सागर, धार के संदीप शर्मा और भोपाल के साबिया असर और विजय तिवारी भाग लेंगे। सुबह 10 बजे से उत्कृष्ट विद्यालय मैदान में कुश्ती प्रतियोगिता भी होगी। वर्ष 1994 से आरंभ निमाड़ उत्सव का यह रजत वर्ष है। उत्सव में प्रवेश नि:शुल्क है।