कोरोना संकट में मप्र लौटे श्रमिकों को संबल देगी सरकार

UMESH NIGAM

भोपाल    :      मंगलवार को मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में मुख्यमंत्री जनकल्याण योजना (संबल) के 3300 हितग्राहियों के खातों में 72 करोड़ 64 लाख की राशि स्थानांतरित कर दी। कोरोना संकट में मप्र लौटे 5 लाख 23 हजार मजदूरों को प्रदेश में मनरेगा के तहत काम और संबल योजना का लाभ देने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके लिए मजदूर को प्रदेश का मूल निवासी होना जरूरी है। राज्य सरकार ने रविवार को इसके आदेश जारी कर दिए थे।इसके मुताबिक, 1 मार्च 2020 या उसके बाद जो मजदूर मप्र लौटे हैं, उनका सर्वे कर 27 मई से 3 जून तक पंजीयन किया जाएगा। पात्रों को राज्य की अन्य योजनाओं का भी लाभ मिलेगा। प्रदेश में वर्तमान में संबल योजना में 1 करोड़ 37 लाख और भवन एवं अन्य संनिर्माण में 8 लाख 95 हजार श्रमिकों का पंजीयन हैं। प्रवासी मजदूरों का पंजीयन किए जाने की जिम्मेदारी नगरीय क्षेत्रों में वार्ड प्रभारियों, ग्राम पंचायतों मे पंचायत सचिवों और ग्राम रोजगार सहायकों को दी गई है। ऐसे मजदूर, जिनकी समग्र आईडी नहीं है और मप्र के निवासी हैं, उनकी समग्र आईडी नियत प्रक्रिया के अनुसार समग्र पोर्टल पर जेनरेट की जाएगी।